‘ईसाई बन जाओ बीमारियां ठीक हो जाएंगी’, महाराष्ट्र में धर्म परिवर्तन करा रहा US नागरिक अरेस्ट
गिरफ्तार किए गए अमेरिकी नागरिक की पहचान जेम्स वॉटसन (58) के रूप में गुई है। इसके अलावा, वसई के निवासी सायनाथ गणपति सर्पे (42), और मनोज कोल्हा (35) को भी गिरफ्तार किया गया है।

महाराष्ट्र के थाणे जिले के एक गांव में कथित तौर पर स्थानीय लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने की कोशिश करने के आरोप में शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है। पुलिस ने यह कार्रवाई एक ग्रामीण की शिकायत के आधार पर की, जिसमें दावा किया गया था कि आरोपियों ने भिवंडी के चिम्बीपाडा क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर एक व्यक्ति के घर के बाहर सभा आयोजित की थी।पुलिस के अनुसार, प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में कहा गया है कि इस सभा में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को ईसाई धर्म से संबंधित किताबें वितरित की गईं और प्रार्थनाएं की गईं। आरोपियों ने कथित तौर पर ग्रामीणों से कहा कि धर्म परिवर्तन करने से उनकी बीमारियां ठीक हो जाएंगी।
गिरफ्तार किए गए अमेरिकी नागरिक की पहचान जेम्स वॉटसन (58) के रूप में गुई है। इसके अलावा, वसई के निवासी सायनाथ गणपति सर्पे (42), और मनोज कोल्हा (35) को भी गिरफ्तार किया गया है। सभा मनोज कोल्हा के घर के बाहर आयोजित की गई थी।पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299 (भारत के किसी भी वर्ग के नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य), धारा 302 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्दों का प्रयोग), विदेशी नागरिक अधिनियम, और महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, दुष्ट और अघोरी प्रथाओं और काला जादू निवारण और उन्मूलन अधिनियम, 2013 की अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
स्थानीय पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। अधिकारी ने बताया कि वे इस घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है। इससे पहले इसी साल जुलाई में भी पुणे के पिंपरी-चिंचवड क्षेत्र में अमेरिकी नागरिक और उसके सहयोगी को एक स्थानीय निवासी को वित्तीय सहायता का लालच देकर ईसाई धर्म में परिवर्तन के लिए प्रेरित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, इस घटना में एक नाबालिग भी शामिल था, जिसे बाद में उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
				
					


