स्वदेशी ही सच्ची सेवा कानपुर में मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को दिया राष्ट्रनिर्माण का मंत्र

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने स्वदेशी अपनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि देश की समृद्धि और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए भी हम सभी को स्वदेशी का उपयोग करने का संकल्प लेना चाहिए। ऐसा करने से देश का पैसा देश के काम आएगा। वह सोमवार को नवाबगंज स्थित पं. दीनदयाल सनातन धर्म विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग में बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और विकास में सेना और सरकार के साथ-साथ वहां के समाज की भी बड़ी भूमिका होती है। हम जहां, जिस स्थिति में हैं, वहां से देश हित के लिए क्या कर सकते हैं, इस पर सभी को विचार करना चाहिए। स्वदेशी उत्पादों को अपनाना भी देश हित में किया गया प्रमुख कार्य है। अपने जीवन में स्वदेशी का संकल्प लेने के साथ ही इसे अपने परिवार, मोहल्ले, शहर, प्रदेश से होते हुए पूरे देश में स्थापित करने का प्रयास होना चाहिए।
संघ प्रमुख ने कहा कि हमें प्रत्येक क्षण देश हित के लिए चिंतन करना चाहिए। अपने दैनिक जीवन में राष्ट्र भक्ति का भाव ही हमें और हमारे देश को आगे ले जाएगा, तभी देश की सर्वांगीण उन्नति संभव होगी। सरसंघचालक ने शिक्षार्थियों से उनके व्यक्तिगत जीवन पर भी चर्चा की। पूछा कि यदि विद्यार्थी हैं तो कितनी देर तक अध्ययन करते हैं। व्यवसायी हैं तो व्यवसाय की कार्यावधि क्या रहती है। भागवत ने कहा संघ का कार्यकर्ता प्रत्येक कार्य साधक के रूप में करता है। ऐसे में वह जो भी व्यवसाय करे, उस क्षेत्र का आदर्श व्यवसायी कहलाए। विद्यार्थी, आदर्श विद्यार्थी बने, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का केंद्र हो। इसके बाद संघ प्रमुख अपने दो दिवसीय महानगर प्रवास के बाद सोमवार की देर शाम तेजस एक्सप्रेस से पटना के लिए रवाना हो गए।