32 बार चाकू गोदकर खुद अस्पताल भी ले गया, ऋषिकेश में दोस्त क्यों बन गया हत्यारा
ऋषिकेश में एक दोस्त ने दूसरे की 32 बार चाकू गोदकर हत्या कर दी। मौके पर कोई भी बचाने नहीं आया। सब तमाशबीन रहे। इसके बाद आरोपी ही दोस्त को अस्पताल ले गया और वहां से फरार हो गया।

ऋषिकेश में कबूतरबाजी के शौकीन दोस्तों में ऐसी रार हुई कि वह हत्या तक पहुंच गई। घर से बुलाकर ले गए दोस्त अक्षय ठाकुर ने अजेंद्र को 32 बार चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। घटनास्थल पर मौजूद किसी भी शख्स ने इस वारदात को रोकने की कोशिश तक नहीं की। अजेंद्र को लहूलूहान करने के बाद आरोपी उसे मायाकुंड स्थित निजी अस्पताल भी लेकर पहुंचा। यहां अजेंद्र की हालत गंभीर लगी तो परिजनों के पहुंचते ही आरोपी मौके से फरार हो गया।अजेंद्र के पिता रायचंद कंडारी बार-बार यही सवाल कर रहे थे कि आखिर मेरे बेटे का क्या कसूर था? उसका एक हाथ भी ठीक से काम नहीं करता था। दिव्यांग बेटे की इस तरह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई, लेकिन कोई भी बीचबचाव में नहीं आया। एम्स में बेटे को देखने तक का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी मामले सवाल उठाए।
खास है कि नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण की मानें तो यह शराब की दुकान के आसपास यह कोई पहली वारदात नहीं है। पूर्व में भी यहां चार गंभीर आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया गया था, जिसमें हत्या का यह पहला मामला सामने आया है। रविवार को आक्रोशित लोगों ने यह मुद्दा भी एसडीएम आशीष घिल्ड़ियाल के सामने उठाया है तो जवाब में उन्होंने पिछले मामलों की जानकारी पुलिस से लेने के बाद शराब की दुकान की शिफ्टिंग भी जल्द करने का दावा किया। हालांकि उनके इस भरोसे का भी आक्रोशित लोगों पर कोई असर होता नजर नहीं आया। मालूम हो कि मुनिकीरेती में बीते सात मई को कैफे संचालक नितिन देव की बदमाशों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले अप्रैल में ढालवाला में नरेंद्रनगर में तैनात अमीन कमलेश भट्ट की भी एक युवक ने हत्या कर दी थी।
बिना एनओसी के चल रही है शराब की दुकान
पालिकाध्यक्ष नीलम ने बताया कि खारास्रोत में शराब की दुकान के लिए एनओसी भी नहीं दी गई है। बावजूद यह दुकान चल रही है। कहा कि अब शराब की दुकान को किसी भी सूरत में यहां चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शराब की दुकान के पास यह कोई पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी यहां गंभीर आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
दहाड़े मारकर रोई मां, बहन भी फफकी
मारा गया अजेंद्र कंडारी शादीशुदा था। उसका एक साल का बेटा है। सामाजिक कार्यकर्ता सरदार सिंह पुंडरी ने बताया कि अजेंद्र को दो बहनें हैं। एक बहन की शादी भी हो चुकी है। वहीं, हत्याकांड के बाद मुनिकीरेती में पीडब्ल्यूडी तिराहे से लेकर तपोवन तिराहे तक मां विमला देवी बेटे को खोने के गम में दहाड़े मारकर रोती रहीं। बहन किरन चौहान के आंसू के साथ फफकती नजर आई। वहीं, चाकुओं से गोद कर की गई अजेंद्र की हत्या से आसपास के लोग भी गम में डूबे नजर आए।
				
					


