पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी, आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति का किया ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जहां 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, पीएम मोदी ने इस हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कठोर नीति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और भारत इस बुराई का समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। लौरेंको भारत दौरे पर आए हुए हैं और इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अंगोला के बीच रिश्तों को मजबूत करना था। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत और अंगोला का मानना है कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और दोनों देश इस मुद्दे पर एकमत हैं।
पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को मजबूत करने के लिए अंगोला का आभार व्यक्त किया और कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करेगा।भारत और अंगोला के बीच संबंधों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच 40 वर्षों से चले आ रहे कूटनीतिक रिश्तों को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने अंगोला को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब अंगोला अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था, तब भारत ने पूरी तरह से अंगोला का समर्थन किया था।
भारत ने अंगोला को 200 मिलियन डॉलर की रक्षा क्रेडिट लाइन देने की घोषणा की है, जिसके तहत अंगोला के सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने में मदद की जाएगी। इसके अलावा, भारत ने अंगोला को डिजिटल बुनियादी ढांचे, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण में सहायता देने का भी वादा किया है।प्रधानमंत्री ने अंगोला को अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि यह भारत और अफ्रीका के रिश्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच पिछले एक दशक में सहयोग में वृद्धि हुई है और भारत ने अफ्रीका में 17 नए दूतावास खोले हैं। साथ ही, अफ्रीकी देशों को 700 मिलियन डॉलर की सहायता भी दी गई है।
इस बीच, पाकिस्तान ने पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और इसे आतंकवादियों का अकेला कृत्य बताया है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले को लेकर भारत की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि भारत को बिना सबूत के पाकिस्तान पर आरोप नहीं लगाना चाहिए।पाकिस्तान के द्वारा 3 मई को अपनी बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद, भारत ने इसे गंभीरता से लिया और इसे पाकिस्तान की सैन्य तैयारी के तौर पर देखा। इस बढ़ते तनाव के बीच, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन दोनों देशों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं, ताकि क्षेत्रीय शांति बनाए रखी जा सके।भारत की सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति से पीछे नहीं हटेगी और पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि सीमा पार से आतंकवाद को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।