भारत के इन राज्यों पर बांग्लादेश की नजर, यूनुस ने पाकिस्तान को सौंपा विवादित नक्शा
पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी प्रमुख जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने यूनुस से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान यूनुस को पाकिस्तानी जनरल को एक नक्शा देते हुए देखा गया, जिसमें असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्य बांग्लादेश के हिस्से के तौर पर दिखाए गए थे।

बांग्लादेश और भारत में फिर तनाव बढ़ने के आसार हैं। इस बार वजह अंतिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस की तरफ से पाकिस्तान को दिया गया एक तोहफा हो सकता है। खबर है कि यूनुस की तरफ से दिए गए नक्शे में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है। फिलहाल, इसे लेकर भारत की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी प्रमुख जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने यूनुस से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान यूनुस को पाकिस्तानी जनरल को एक नक्शा देते हुए देखा गया, जिसमें असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्य बांग्लादेश के हिस्से के तौर पर दिखाए गए थे। खास बात है कि पहलगाम आतंकवादी घटना के बाद भारत के पाकिस्तान के साथ रिश्ते तल्ख हो गए हैं।
पहली बार नहीं की हिमाकत
बीते कुछ महीनों से यूनुस लगातार भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का जिक्र करते रहे हैं। अप्रैल में चीन यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, ‘भारत के सात राज्य, भारत का पूर्वी हिस्सा… वो सभी ऐसे देश हैं, जो समुद्र से दूर है। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।’ उन्होंने कहा था, ‘इस क्षेत्र के लिए हम ही समुद्र के संरक्षक हैं। इससे बड़ी संभावनाएं खुलती हैं। ऐसे में यह चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है।’
पाकिस्तान से मुलाकात
मिर्जा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस से मुलाकात के दौरान कहा कि उनका देश ढाका के साथ संबंधों को मजबूत करने का इच्छुक है। यूनुस के प्रेस कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, यह बैठक शनिवार देर रात उनके आधिकारिक आवास पर हुई। बयान के मुताबिक, मिर्जा और यूनुस ने बांग्लादेश-पाकिस्तान संबंधों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और रक्षा सहयोग शामिल है।
इसमें कहा गया है कि उन्होंने ‘गलत सूचना और गैर-सरकारी तत्वों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को कमजोर करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग’ की बढ़ती चुनौती पर विचारों का आदान-प्रदान किया।बयान के अनुसार, मिर्जा ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों पर जोर दिया और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की पाकिस्तान की इच्छा से अवगत कराया। मिर्जा ने कहा कि कराची और चटगांव के बीच समुद्री मार्ग चालू है, जबकि ढाका-कराची हवाई मार्ग कुछ ही महीनों में शुरू होने की उम्मीद है।
				
					


