अर्थी मेरी क्यों, सरकार और योगी जी की निकालिए, बयान देकर फंसे CMS, निलंबन के साथ केस दर्ज

यूपी में सुल्तानपुर के अस्पताल के सीएमएस को सरकार और सीएम योगी को लेकर बयान देना बहुत महंगा पड़ गया है। बयान का वीडियो वायरल होते ही सीएमएस को निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया गया है।

यूपी के सुल्तानपुर में वीरसिंहपुर गांव स्थित सौ बेड के अस्पताल के सीएमएस डॉ. भास्कर को सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देना महंगा पड़ गया है। शासन तक बयान का वीडियो पहुंचते ही एक्शन हुआ है। सीएमएम को निलंबित कर दिया गया। तीन दिन पहले आम आदमी पार्टी के धरना प्रदर्शन के दौरान सीएमएम ने सरकार के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसका वीडियो वायरल होने पर एडी हेल्थ को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। रविवार को उन्होंने जांच की थी। माना जा रहा है कि उनकी रिपोर्ट के बाद ही यह एक्शन हुआ है। इसके साथ ही भाजपा के मंडल अध्यक्ष की तहरीर पर जयसिंहपुर थाने में सीएमएस के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है।

दरअसल आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वंशराज दुबे के नेतृत्व में बिरसिंहपुर अस्पताल में तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू हुआ तो सीएमएस डॉ. भास्कर ने प्रदर्शन समाप्त कराने का प्रयास किया था। इसी बातचीत के दौरान प्रदेश प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो सीएमएस और सीएमओ की अर्थी निकाली जाएगी। इस पर सीएमएस ने जवाब दिया मेरी और सीएमओ की अर्थी क्यों निकालोगे, सरकार और योगी की निकालो। सीएमएस के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया तो मामला और गहरा गया। सीएम योगी के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी से भाजपा नेताओं में उबाल आ गया। विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने अयोध्या के एडी स्वास्थ्य से बात कर सीएमएस पर कार्रवाई की मांग की। सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने नाराजगी व्यक्त की। डीएम से वार्ता कर इस मामले में कार्रवाई करने को कहा। डीएम ने डीजी हेल्थ से वार्ता की। इसके बाद एडी अयोध्या प्रकरण की जांच करने के लिए पहुंचे थे।

जयसिंहपुर पुलिस को भाजपा मण्डल अध्यक्ष शोभनाथ यादव ने तहरीर देकर कहा कि 25 अक्टूबर को कुछ राजनैतिक दल के लोग बिरसिंहपुर अस्पताल गए थे। अस्पताल में जो गड़बड़ियां थीं, डाक्टर की अनुपस्थिति को लेकर अस्पताल के सीएमएस डा. भास्कर से पूंछा कि डाक्टर नही हैं दवा की कमी है। इसके बाद सीएमएस ने सरकार के खिलाफ सार्वजनिक रूप से लोगों को प्रोत्साहित किया। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का मन खिन्न है।

भाजपा के मंडल अध्यक्ष ने सीएमएस पर अनुशासन हीनता का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की जिस पर जयसिंहपुर पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर लिया है। उधर शासन स्तर से सीएमएस पर प्रदेश सरकार के सम्बन्ध में अमर्यादित भाषा और आपत्तिजनक टिप्पणी करने, अस्पताल में भर्ती मरीजों को बाहर से दवा लिखे जाने, बायोमेडिकल वेस्ट में मानकों का अनुपालन नही किए जाने, सरकारी कर्मचारी नियमावली का उलंघन्न आदि के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है।

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