भारत पर टैरिफ की चाल ट्रंप को ही पड़ी भारी, अमेरिका में बढ़ा विरोध

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत, रूस से तेल खरीद के मामले में चीन के ‘बहुत करीब’ है और उसे 50 प्रतिशत शुल्क देना होगा. साथ ही ट्रंप ने संकेत दिया कि ‘अतिरिक्त प्रतिबंध देखने को मिलेंगे.’ डोनाल्ड ट्रंप जब यह बातें कह रहे हैं तब भारत के लिए अमेरिका में ही समर्थन देखने को मिल रहा है. एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि इस तरह से टैरिफ बढ़ाना भारत को रूस और चीन के करीब ले जाएगा. उनका मानना है कि यह कदम दोनों देशों के रिश्ते के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होने वाला. पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने इस नीति की तीखी आलोचना की. CNN से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘ट्रंप सरकार की इस नीति से भारत का अमेरिका से भरोसा टूट सकता है. भारत ने इन टैरिफ्स को नकारात्मक रूप में लिया है, जबकि चीन पर ऐसी सख्ती नहीं की गई.’ बोल्टन का मानना है कि इस नीति से दशकों की वो कोशिशें खतरे में पड़ सकती हैं जिनके तहत अमेरिका ने भारत को रूस और चीन से दूर कर अपने खेमे में लाने की कोशिश की थी.

पीएम मोदी का पैर छूने वाली सिंगर ने क्या कहा?

अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने भी इस तनाव पर दोनों देशों को एक भावुक संदेश दिया है. मैरी मिलबेन वही गायिका हैं जिन्होंने पीएम मोदी की एक अमेरिकी यात्रा के दौरान उनके पैर छुए थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘मैं फिर कहती हूं. अमेरिका को भारत की जरूरत है और भारत को अमेरिका की. किसी भी तरह की नीति जो हमारे रणनीतिक गठबंधन को कमजोर करती है, वह गलत दिशा है.’ हालिया बयानों का जिक्र करते हुए मिलबेन ने लिखा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति और पीएम मोदी, मेरे प्रिय नेता, टैरिफ पर यह ‘मसलदार बयानबाजी’ हम सबको बेचैन कर रही है. अमेरिका और भारत दोनों में हजारों छोटे व्यवसाय इस टैरिफ जंग में पिस रहे हैं. मैं उनसे रोज़ बात करती हूं.’
ट्रंप की पार्टी में भी भारत को समर्थन

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप की ही रिपब्लिकन पार्टी की भारतवंशी नेता निक्की हेली ने भी मंगलवार को चेतानी दी थी. उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत जैसे मजबूत साझेदार के साथ अपने संबंधों को खराब नहीं करना चाहिए और चीन को छूट नहीं देनी चाहिए. हेली ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत को रूस से तेल नहीं खरीदना चाहिए. लेकिन चीन, जो एक विरोधी है और रूसी और ईरानी तेल का नंबर एक खरीदार है, उसे 90 दिनों के लिए शुल्क पर रोक लगा दी गई है.’ उन्होंने कहा, ‘चीन को छूट नहीं देनी चाहिए और भारत जैसे मजबूत सहयोगी के साथ अपने रिश्ते खराब न करें.’

ट्रंप का नया हमला
ट्रंप ने बुधवार को ‘ओवल कार्यालय’ (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय) में कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं कि हमने तेल को लेकर भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है. वे दूसरे सबसे बड़े खरीदार हैं और रूस से तेल खरीद के मामले में चीन के बहुत करीब हैं.’ ट्रंप ने रूस से तेल खरीद जारी रखने पर भारत से आयातित वस्तुओं पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के शासकीय आदेश पर बुधवार को हस्ताक्षर किए थे. इसके साथ ही भारतीय उत्पादों पर अमेरिका में लगने वाला शुल्क अब बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है, जो कि किसी भी देश पर अमेरिका की ओर से लगाए गए सबसे अधिक शुल्कों में से एक है.

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