श्रीबांकेबिहारी व राधावल्लभ मंदिर के सेवायतों में घमासान

मथुरा के वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। इस परियोजना के विरोध में अब राधा वल्लभ मंदिर के सेवायत भी खुलकर सामने आ गए हैं। यहां के सेवायतों ने कॉरिडोर का विरोध किया। इसी बीच यहां के तिलाकायत अधिकारी की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें उन्होंने कहा कि कुंजबिहारी को कॉरिडोर बिहारी न बनाएं। विकास के नाम पर विरासत को नुकसान न पहुंचाएं।सोमवार को राधा वल्लभ मंदिर में एक बैठक आयोजित कर सेवायतों ने बांके बिहारी मंदिर के सेवायतों को अपना पूर्ण समर्थन दिया। साथ ही सरकार के फैसले के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया।मंदिर के तिलकायत अधिकारी मोहित मराल गोस्वामी ने कहा कि कुंज बिहारी को कॉरिडोर बिहारी न बनाया जाए। यहां विकास के नाम पर मूल स्वरूप में परिवर्तन करने की जो योजना तैयार की है उसे वृंदावन के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनकी इस बात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं आज हुई बैठक में राधा वल्लभ मंदिर के सेवायत योगेन्द्र वल्लभ गोस्वामी ने कहा अगर सरकार मंदिर क्षेत्र में कॉरिडोर बनाती है तो इससे न केवल स्थानीय लोगों को नुकसान होगा, बल्कि कुंज गलियों में बसे दर्जनों प्राचीन मंदिर और बालकृष्ण की लीलाओं से जुड़ी स्मृतियां भी नष्ट हो जाएंगी। सेवायत चंचल गोस्वामी ने जोर देते हुए कहा भीड़ की व्यवस्था की जा सकती है, इसके लिए कॉरिडोर की आवश्यकता नहीं। वृंदावन की पहचान उसकी कुंज गलियां हैं, इन्हें नष्ट करना अतीत को मिटाना है। गोपेश गोस्वामी ने कहा कि सरकार का यह कदम वृंदावन की कुंज गलियों को मिटा देगा।
विरोध को लेकर हुआ हंगामा
बांके बिहारी मंदिर के सेवायतों ने जैसे ही श्री राधा वल्लभ मंदिर में विरोध के बैनर लगाए तो विलास वंश के तिलकायत गोस्वामी राधेश लाल महाराज बिगड़ गए। उन्होंने तुरंत ही बैनर हटाने को कहा और कह दिया कि हम लोग कोई विरोध में नहीं है। कॉरिडोर से कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि सुंदरता बढ़ जाएगी। लेकिन कुछ लोग जान बूझकर विरोध कर रहे हैं।