कुमार विश्वास की बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए अपील, पाकिस्तान को चेतावनी

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और मशहूर कवि कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी कर पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र की स्वतंत्रता के लिए प्रार्थना की है। इस वीडियो में कुमार विश्वास ने अपने विचार व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के विरोध में कड़ा संदेश दिया है। उनके बयान ने न केवल सोशल मीडिया पर हलचल मचाई, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।कुमार विश्वास, जो अपनी कविताओं के लिए प्रसिद्ध हैं, ने इस वीडियो में बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग की है। उनका कहना है कि बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र होना चाहिए ताकि वह अपनी पहचान और अस्मिता की रक्षा कर सके। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही बलूचिस्तान का वीजा लेकर वहां यात्रा करना चाहते हैं और वहां के लोगों से मिलकर उनका समर्थन करना चाहते हैं। विश्वास ने यह भी कहा कि वह ईश्वर और अल्लाह ताला से प्रार्थना करते हैं कि बलूचिस्तान को जल्द ही स्वतंत्रता प्राप्त हो।

इसके अलावा, कुमार विश्वास ने अफगानिस्तान के लोगों से भी अपील की है कि वे पाकिस्तान से बदला लें। उनका मानना है कि पाकिस्तान ने न केवल भारत, बल्कि अफगानिस्तान के साथ भी कई अपराध किए हैं। विश्वास ने अफगानिस्तान के नागरिकों से अपील की कि यह उनका भी समय है, जब वे पाकिस्तान से प्रतिशोध लेकर अपने कड़े फैसले लें।कुमार विश्वास ने अपनी कविताओं में हमेशा प्रेम और राष्ट्रवाद की बातें की हैं। उनका मानना है कि एकता और भाईचारे से ही देश की प्रगति संभव है। इस वीडियो में भी उन्होंने यही संदेश दिया कि देशवासियों को एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए और किसी भी प्रकार की हिंसा और आतंकवाद का विरोध करना चाहिए।

उन्होंने वीडियो में कश्मीर के हालात का भी जिक्र किया। उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर कहा कि यह हमला भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्तों को और भी जटिल बनाता है। कुमार विश्वास ने कहा कि कश्मीर अब खुशहाली की ओर बढ़ रहा है, और वहां की नई व्यवस्था ने यह सुनिश्चित किया है कि भारतीय नागरिक कश्मीर को एक पर्यटन स्थल के रूप में देख सकें। पिछले वर्ष 2.80 करोड़ भारतीयों ने कश्मीर की यात्रा की और कश्मीरियों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया।लेकिन पाकिस्तान को यह विकास नहीं पचा। उसने कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दिया और पहलगाम में कायराना हमला किया। इस हमले में कई निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई। कुमार विश्वास ने इस हमले को न केवल भारतीय लोगों के खिलाफ बल्कि पूरे देश के खिलाफ एक चुनौती के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यह भूल रहा है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां 140 करोड़ लोग अपने प्रधानमंत्री और सेना के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला मोदी सरकार को चुनौती देने का प्रयास था, लेकिन देश के लोग इसका जवाब देने के लिए तैयार हैं।

विश्वास ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपनी सेना को बलूचिस्तान से हटा ले और वहां के लोगों को अपनी स्वतंत्रता का अधिकार दे। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के लोग लंबे समय से अत्याचार झेल रहे हैं, और अब यह समय है कि वे अपनी अस्मिता की रक्षा करें और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरें। विश्वास ने पाकिस्तानी लोगों से भी अपील की कि वे अपनी सेना के खिलाफ उठ खड़े हों। उनका कहना था कि पाकिस्तान को अपनी सेना से छुटकारा पाकर एक शांतिपूर्ण भविष्य की ओर बढ़ना चाहिए।कुमार विश्वास ने मीडिया और नागरिकों से भी अपील की कि वे किसी भी खबर या सूचना का दुरुपयोग न करें, जिससे पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों को लाभ हो सके। उन्होंने कहा कि हमें एक जिम्मेदार नागरिक की तरह काम करना चाहिए और जो जानकारी सरकार और सेना द्वारा प्रमाणित हो, उसी को फैलाना चाहिए।

कुमार विश्वास के इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उनके समर्थकों का मानना है कि उनका यह बयान एक सशक्त संदेश है, जो पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय समाज की एकजुटता को दर्शाता है। वहीं, उनके आलोचकों का कहना है कि इस तरह के बयान से दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी खराब हो सकते हैं।यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और लोग कुमार विश्वास के बयान को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। उनके इस बयान ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि क्या भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों में सुधार हो सकता है, या फिर यह बढ़ते तनाव की ओर बढ़ने का संकेत है।

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