भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हड़कंप, किसे सता रहा है डर?

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत ने पहली बार कड़ा रुख दिखाया है। इस हमले में 28 लोग मारे गए थे, और इसके बाद से पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से की लहर भारत में उठने लगी थी। भारत ने बिना किसी गोले या बारूद का इस्तेमाल किए, पाकिस्तान पर एक ऐसी स्ट्राइक की है, जिसे पड़ोसी मुल्क लंबे समय तक याद रखेगा। भारत ने पाकिस्तान को “प्यासा मारने” के लिए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया, साथ ही अटारी बॉर्डर भी बंद कर दिया। भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों में भी कटौती की है, और इसके बाद पाकिस्तान में भारी हलचल मच गई है।
पाकिस्तान में क्या हो रहा है?
भारत की इस कड़ी प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान में बैठकों और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की आपात बैठक बुलाई है। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि इस बैठक के बाद वह इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देगा। वहीं, पाकिस्तान की नेवी को भी अलर्ट किया गया है। पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत पाकिस्तान में आतंकी हमलों के खिलाफ किसी ऑपरेशन में अपनी नेवी का इस्तेमाल कर सकता है।पाकिस्तान ने कराची और ग्वादर के पास एयरक्राफ्ट और मर्चेंट वेसेल को क्षेत्र से दूर रहने की हिदायत दी है। पाकिस्तान ने 23 से 25 अप्रैल तक के लिए फायरिंग वर्निंग जारी की है, और इस दौरान सतह और सब सतह लाइव फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। पाकिस्तान ने अपने सभी 20 कॉम्बैट फाइटर जेट स्क्वाड्रन को भी हाई अलर्ट पर रखा है। इसके अलावा, पाकिस्तान 24 से 25 अप्रैल तक अपने कराची तट पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण करने वाला है।
पाकिस्तान के नेताओं की प्रतिक्रिया
भारत की इस कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और अन्य नेताओं की बयानबाजी सामने आई है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सिंधु जल संधि के प्रासंगिक प्रावधान हैं, जिन्हें किसी व्याख्या की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना था कि भारत आतंकवाद के इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अपनी पुरानी इच्छा को पूरा करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भी इसी प्रक्रिया से बंधा हुआ है और वह भारत की इस कार्रवाई पर अपने तरीके से प्रतिक्रिया करेगा।पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत की कड़ी प्रतिक्रिया को राजनीतिक चाल करार दिया। उनका कहना था कि भारत ने इस आतंकी घटना का कोई ठोस सबूत नहीं पेश किया है। इशाक डार का यह भी कहना था कि भारत हमेशा पाकिस्तान को अपनी समस्याओं का जिम्मेदार ठहराता है और यह केवल एक राजनीतिक चाल है, जिसे पाकिस्तान बर्दाश्त नहीं करेगा।पूर्व पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भी कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान को जल्द ही कोई एक्शन लेना होगा। उनका यह मानना था कि कुछ दिनों में पाकिस्तान में एक और बड़ी कार्रवाई हो सकती है, जैसे बालाकोट में एयर स्ट्राइक।
नवाज शरीफ का पाकिस्तान लौटने का फैसला
एक्सप्रेस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष नवाज शरीफ ने लंदन से पाकिस्तान लौटने का निर्णय लिया है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि नवाज शरीफ ने अपने भाई प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को 25 अप्रैल को आपातकालीन ब्रीफिंग के लिए बुलाया है। इस ब्रीफिंग के बाद नवाज शरीफ शुक्रवार से रविवार तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं। नवाज शरीफ के पाकिस्तान लौटने की घोषणा ने भी पाकिस्तान में स्थिति को और तूल दे दिया है, और इस माहौल में राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों को लेकर गहमा-गहमी बढ़ सकती है।
पाकिस्तान का डर और भारत का दृढ़ रुख
भारत के कड़े कदम ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अब उसकी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर पाकिस्तान के सामने यह चुनौती रख दी है कि वह अपनी आतंकवादी गतिविधियों पर काबू पाए, वरना भारत आगे की कार्रवाई करेगा। यह कदम भारत का पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने का हिस्सा है, जो स्पष्ट रूप से पाकिस्तान के लिए चिंता का कारण बन चुका है।भारत का यह एक्शन न सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे रहा है, बल्कि यह भी स्पष्ट कर रहा है कि अब भारत अपने राष्ट्रीय हितों के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। पाकिस्तान को अब यह समझना होगा कि उसके आतंकवादी गतिविधियों का जवाब भारत से सख्त हो सकता है, और इस बार भारत अपनी चुप्पी को तोड़कर पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कदम उठा चुका है।भारत के इन कड़े कदमों से पाकिस्तान को इस बात का अहसास हो गया है कि उसे अब अपनी हरकतों का मूल्य चुकाना पड़ेगा। भारतीय सरकार ने एक ट्रेलर दिखा दिया है, और पाकिस्तान को आगे की किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।